12 अगस्त 2025: Nifty और Sensex में धीमी शुरुआत, Trump टैरिफ़ और महंगाई डेटा पर निवेशकों की नजर

 

परिचय — बाजार की सुबह और निवेशकों का मूड

आज 12 अगस्त 2025 है, और भारतीय शेयर बाजार ने सप्ताह की दूसरी ट्रेडिंग सेशन की शुरुआत बेहद सतर्कता के साथ की। सुबह के शुरुआती घंटे में Nifty और Sensex दोनों ही मामूली गिरावट के साथ खुले। निवेशकों की नज़र घरेलू और अमेरिकी महंगाई के आंकड़ों पर टिकी हुई है, वहीं Donald Trump की नई टैरिफ़ नीति ने अंतरराष्ट्रीय बाज़ारों में हलचल मचा दी है।

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इस न्यूज़ आर्टिकल में हम विस्तार से जानेंगे कि सुबह के शुरुआती रुझान क्या हैं, सेक्टर-वाइज परफॉर्मेंस कैसी रही, किन ग्लोबल फैक्टर्स ने बाजार की चाल को प्रभावित किया, और आगे निवेशकों को किन रणनीतियों पर ध्यान देना चाहिए।


📊 सुबह का बाजार — शुरुआती आंकड़े

  • Nifty 50: 24,570 के आसपास, पिछली बंद कीमत से लगभग 15 अंक (0.06%) नीचे

  • BSE Sensex: 80,513 के स्तर पर, करीब 91 अंकों (0.11%) की गिरावट

  • Bank Nifty: 52,450 के आसपास, 0.20% की गिरावट

  • Midcap Index: मामूली बढ़त के साथ हरे निशान में

  • Smallcap Index: हल्की गिरावट, लेकिन चुनिंदा शेयरों में मजबूती


🏦 सेक्टर-वाइज परफॉर्मेंस

1. बैंकिंग सेक्टर

बैंकिंग इंडेक्स पर दबाव देखने को मिला, खासकर बड़े प्राइवेट बैंकों में बिकवाली हावी रही।

  • HDFC Bank और ICICI Bank में 0.3%-0.5% की गिरावट

  • SBI में हल्की मजबूती, तिमाही नतीजों के बाद समर्थन मिल रहा है

2. आईटी सेक्टर

आईटी स्टॉक्स में हल्की गिरावट दर्ज की गई, क्योंकि अमेरिकी टेक इंडेक्स में कमजोरी आई।

  • Infosys और TCS में 0.4% गिरावट

  • Wipro और Tech Mahindra सपाट कारोबार करते दिखे

3. ऑटो सेक्टर

ऑटो सेक्टर में खरीदारी देखने को मिली, खासकर Tata Motors और Maruti Suzuki में।

  • इलेक्ट्रिक व्हीकल सेगमेंट में डिमांड ग्रोथ की उम्मीदों से सपोर्ट

4. ऊर्जा सेक्टर

क्रूड ऑयल की कीमतों में स्थिरता के कारण ऊर्जा कंपनियों में हल्की खरीदारी दर्ज हुई।

  • ONGC और Reliance Industries हरे निशान में

5. FMCG सेक्टर

मौसमी डिमांड और त्योहारी सीजन की शुरुआत को देखते हुए FMCG स्टॉक्स में सकारात्मक रुझान।

  • HUL, Nestle India और Britannia में हल्की मजबूती


🌏 वैश्विक बाजार का असर

Donald Trump द्वारा घोषित नए टैरिफ़ ने एशियाई और यूरोपीय बाजारों में हलचल मचा दी है। चीन, यूरोप और अन्य एशियाई देशों से आने वाले निर्यात पर नए शुल्क ने ग्लोबल ट्रेड के माहौल को बदल दिया है।

अमेरिकी फ्यूचर्स में हल्की गिरावट देखी गई, जबकि जापान और हांगकांग के इंडेक्स में 0.3%-0.5% की कमजोरी रही। यूरोप के शुरुआती रुझान भी कमजोर दिख रहे थे।


📅 पिछले दिन की रिकवरी का बैकग्राउंड

11 अगस्त को बाजार ने 6 हफ्तों की लगातार गिरावट के बाद दमदार वापसी की थी।

  • Sensex में 746 अंकों की बढ़त

  • Nifty में 222 अंकों की छलांग

इस रिकवरी के पीछे दो प्रमुख कारण थे:

  1. SBI और Tata Motors के तिमाही नतीजों में उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन

  2. Trump-Putin बैठक को लेकर सकारात्मक उम्मीदें, जिससे वैश्विक राजनीतिक अनिश्चितता कुछ कम हुई


💰 FII vs DII रुझान

  • FII (Foreign Institutional Investors): पिछले कुछ हफ्तों से लगातार बिकवाली कर रहे हैं, जिससे बाजार पर दबाव

  • DII (Domestic Institutional Investors): गिरावट में खरीदारी कर रहे हैं, जिससे बाजार को कुछ सहारा मिल रहा है


📈 तकनीकी विश्लेषण

  • Nifty Support Levels: 24,500 और 24,350

  • Nifty Resistance Levels: 24,750 और 24,900

  • Sensex Support: 80,200

  • Sensex Resistance: 81,000

तकनीकी संकेतक (RSI, MACD) अभी Neutral ज़ोन में हैं, जो बताता है कि निवेशक बड़े आंकड़ों के आने का इंतज़ार कर रहे हैं।


📌 निवेशकों की रणनीति

अल्पावधि (Short-Term)

  • CPI और WPI डेटा आने से पहले नई बड़ी पोजीशन लेने से बचें

  • Auto और Energy सेक्टर पर नज़र रखें

मध्यम अवधि (Medium-Term)

  • Earnings Season के अंत तक मजबूत बैलेंस शीट वाली कंपनियों में निवेश पर विचार

  • बैंकिंग और FMCG सेक्टर पर ध्यान

दीर्घावधि (Long-Term)

  • टेनबैगर स्टॉक्स की पहचान के लिए Peter Lynch जैसी रणनीतियों का उपयोग

  • ग्लोबल मैक्रो इवेंट्स को नज़रअंदाज़ करके कंपनियों की बुनियादी मजबूती पर फोकस


🔮 आने वाले हफ्ते का आउटलुक

विशेषज्ञों के अनुसार:

  • महंगाई डेटा अनुकूल आने पर Nifty में 25,000 के स्तर की ओर तेजी संभव

  • अगर टैरिफ़ अनिश्चितता बढ़ी तो फिर से 24,300-24,200 का स्तर टेस्ट हो सकता है


⚠️ जोखिम कारक

  • अमेरिकी चुनावी माहौल और नई नीतियाँ

  • ग्लोबल कमोडिटी कीमतों में उछाल

  • विदेशी निवेशकों की बिकवाली

  • भारतीय रुपये में अस्थिरता


📝 निष्कर्ष

आज का सेशन एक "सतर्क निवेशक" का दिन है। बाजार फिलहाल बड़े डेटा और वैश्विक राजनीतिक घटनाओं का इंतजार कर रहा है। अल्पकालिक उतार-चढ़ाव के बावजूद, मजबूत कंपनियों में लंबी अवधि के निवेशकों के लिए अवसर बने रहेंगे।

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