नई दिल्ली: भारतीय टेक और स्टार्टअप इकोसिस्टम से आज एक बड़ी खबर सामने आई है, जिसने निवेशकों के बीच हलचल मचा दी है। फूड डिलीवरी दिग्गज Zomato की पैरेंट कंपनी, Eternal Ltd. (पूर्व में Zomato Ltd.) ने अपने Q1 FY26 (अप्रैल-जून 2025) के नतीजे जारी किए हैं, और ये आंकड़े कई दिलचस्प और विरोधाभासी बातें बताते हैं। सबसे बड़ा टेकअवे? Zomato की क्विक कॉमर्स आर्म Blinkit ने पहली बार अपने कोर फूड डिलीवरी बिज़नेस को नेट ऑर्डर वैल्यू (NOV) के मामले में पछाड़ दिया है! यह एक ऐतिहासिक क्षण है जो कंपनी की रणनीतिक दिशा में एक बड़े बदलाव का संकेत देता है।
लेकिन, सिक्के का दूसरा पहलू यह है कि इस सब के बीच Eternal का शुद्ध लाभ (net profit) 90% तक गिरकर ₹25 करोड़ रह गया है, जो पिछले साल इसी तिमाही में ₹253 करोड़ था। यह गिरावट मुख्य रूप से Blinkit और अन्य उभरते सेगमेंट में किए गए भारी निवेश के कारण हुई है। तो सवाल यह उठता है – इन मिश्रित नतीजों के बीच निवेशकों को क्या करना चाहिए: खरीदें, बेचें या होल्ड करें?
Blinkit का उदय: Zomato के लिए नया ग्रोथ इंजन
Blinkit, जो Zomato का क्विक कॉमर्स सेगमेंट है, ने इस तिमाही में असाधारण प्रदर्शन किया है। Moneycontrol और अन्य रिपोर्ट्स के अनुसार, Blinkit का NOV (Net Order Value) अब Zomato के मुख्य फूड डिलीवरी कारोबार को पार कर चुका है।
रिकॉर्ड तोड़ वृद्धि: Blinkit का रेवेन्यू दोगुना से भी ज़्यादा बढ़कर ₹2,400 करोड़ हो गया है, जबकि Zomato के फूड डिलीवरी बिज़नेस का रेवेन्यू ₹2,261 करोड़ रहा। यह वृद्धि क्विक कॉमर्स सेगमेंट की बढ़ती मांग और Blinkit की आक्रामक विस्तार रणनीति का सीधा परिणाम है।
तेज़ विस्तार: Blinkit ने इस तिमाही में 243 नए डार्क स्टोर जोड़े हैं, जिससे कुल स्टोरों की संख्या 1,544 हो गई है। कंपनी का लक्ष्य दिसंबर 2025 तक 2,000 स्टोर तक पहुंचना है, जो इसकी बाज़ार में पैठ बनाने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
बढ़ती बाज़ार हिस्सेदारी: इतनी बड़ी संख्या में स्टोरों का जुड़ना और NOV में वृद्धि सीधे तौर पर यह दिखाती है कि Blinkit तेज़ी से क्विक कॉमर्स बाज़ार में अपनी हिस्सेदारी बढ़ा रहा है, जिससे Zomato को एक नया और शक्तिशाली ग्रोथ इंजन मिल रहा है।
यह डेटा स्पष्ट रूप से बताता है कि Blinkit अब केवल Zomato का एक सहायक बिज़नेस नहीं है, बल्कि यह कंपनी के भविष्य की ग्रोथ का मुख्य चालक बन गया है।
मुनाफे में भारी गिरावट: निवेश का दर्द या चिंता का विषय?
जहां Blinkit ने शानदार आंकड़े पेश किए हैं, वहीं Eternal के कंसोलिडेटेड शुद्ध लाभ में 90% की गिरावट ने निवेशकों की भौंहें चढ़ा दी हैं। कंपनी का शुद्ध लाभ घटकर मात्र ₹25 करोड़ रह गया है।
निवेश का दबाव: कंपनी ने स्वयं इस गिरावट का कारण Blinkit और Hyperpure (B2B सप्लायर) जैसे अपने नए और उभरते हुए बिज़नेस वर्टिकल में चल रहे भारी निवेश को बताया है। इन क्षेत्रों में विस्तार के लिए बड़े परिचालन खर्च (operational expenses) और विज्ञापन लागतें (advertisement costs) शामिल हैं।
लागत में वृद्धि: विज्ञापन और बिक्री प्रोत्साहन पर खर्च में 69% की भारी वृद्धि देखी गई है, जो कि ₹671 करोड़ तक पहुंच गया है। नए डार्क स्टोर स्थापित करने और ग्राहकों को आकर्षित करने में भी भारी लागत आई है।
EBITDA में कमी: कंपनी का समायोजित EBITDA (Adjusted EBITDA) भी 42% घटकर ₹172 करोड़ हो गया है, जो निवेश के दबाव को और स्पष्ट करता है।
निवेशकों के लिए यह समझना महत्वपूर्ण है कि क्या यह लाभ में गिरावट एक आवश्यक "निवेश का दर्द" है जो भविष्य की बड़ी वृद्धि के लिए रास्ता बना रहा है, या यह एक गहरी चिंता का विषय है जो कंपनी की लाभप्रदता मॉडल पर सवाल उठाता है।
निवेशकों की दुविधा: खरीदें, बेचें या होल्ड करें?
इन मिश्रित नतीजों ने निवेशकों को एक चौराहे पर ला खड़ा किया है।
'खरीदें' का तर्क: कुछ विश्लेषकों का मानना है कि Blinkit की अभूतपूर्व वृद्धि और उसका Zomato के कोर बिज़नेस को पछाड़ना एक दीर्घकालिक 'बाय' कॉल को सही ठहराता है। वे देखते हैं कि कंपनी भविष्य में क्विक कॉमर्स से होने वाले बड़े राजस्व और बाज़ार हिस्सेदारी पर दांव लगा रही है। उनका मानना है कि जैसे-जैसे Blinkit अपने पैमाने का लाभ उठाएगा और लाभप्रदता की ओर बढ़ेगा, समग्र कंपनी का लाभ भी सुधरेगा।
'होल्ड' का तर्क: वे निवेशक जो जोखिम के प्रति सतर्क हैं, वे 'होल्ड' का रुख अपना सकते हैं। उनका मानना है कि Blinkit का प्रदर्शन प्रभावशाली है, लेकिन लाभप्रदता में इतनी बड़ी गिरावट को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। वे अगली कुछ तिमाहियों तक कंपनी के निवेश पैटर्न, लागत नियंत्रण और Blinkit के 'ब्रेक-ईवन' की ओर बढ़ने के संकेतों का इंतजार करना चाहेंगे।
'बेचें' का तर्क: बहुत कम निवेशक इस समय 'बेचें' का रुख अपना रहे हैं, खासकर Blinkit की मजबूत ग्रोथ को देखते हुए। हालांकि, यदि लाभप्रदता में गिरावट जारी रहती है और Blinkit के लिए लाभ कमाने का मार्ग स्पष्ट नहीं होता, तो यह विचार बदल सकता है।
फिलहाल, बाजार Eternal (Zomato) के शेयरों को सकारात्मक रूप से देख रहा है, जिसका सबूत Q1 परिणामों के बाद शेयर में 7% से अधिक की उछाल है। ऐसा लगता है कि निवेशक Blinkit की वृद्धि क्षमता पर अधिक ध्यान दे रहे हैं, भले ही इसके लिए अल्पावधि में मुनाफे की कुर्बानी देनी पड़े।
आगे की राह: क्विक कॉमर्स पर भविष्य का दांव
यह स्पष्ट है कि Eternal (Zomato) अब अपनी वृद्धि के लिए Blinkit पर बड़ा दांव लगा रहा है। Blinkit के माध्यम से, कंपनी खुद को सिर्फ एक फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म के बजाय एक पूर्ण-सेवा ई-कॉमर्स और लॉजिस्टिक्स प्लेटफॉर्म के रूप में स्थापित कर रही है। अगले कुछ तिमाहियों में यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि Blinkit अपनी घाटे को कैसे कम करता है, और क्या यह अपनी आक्रामक विस्तार योजनाओं के साथ लाभप्रदता के करीब पहुंच पाता है।
निवेशकों को कंपनी के प्रबंधन की टिप्पणियों, भविष्य के दृष्टिकोण और क्विक कॉमर्स सेगमेंट में प्रतिस्पर्धा पर बारीकी से नज़र रखनी चाहिए। Zomato के लिए यह केवल संख्याएँ नहीं हैं; यह एक महत्वाकांक्षी रणनीतिक बदलाव है जो भारत के डिजिटल वाणिज्य परिदृश्य को नया आकार दे सकता है।
