Amid Israel-Iran tensions, pro-Israel hackers drained ~$90 million from Iran’s largest crypto exchange and destroyed the funds—discover why it’s more than just a heist.
1. 🎯 हैक की पूरी कहानी
एक प्राचीन लड़ाई डिजिटल क्षितिज तक पहुंच चुकी है: Pro-Israel हैकर्स के एक समूह Predatory Sparrow ने जून 18, 2025 को Iran के सबसे बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज Nobeltex को निशाना बनाया। उन्होंने लगभग $90 मिलियन (Bitcoin, Ethereum, Dogecoin सहित) चुरा लिया और उन फंड्स को ऐसे “बर्न” कर दिया कि वे फिर कभी रिकवर न हो सकें ।
2. ⚖️ यह Heist नहीं, एक साइबर हमले की रणनीति है
Blockchain ट्रेसिंग से पता चला कि रोक-टोक के बजाय ये फंड “वैनिटी एड्रेस” में भेज दिए गए — यानी इन्हें चोरी नहीं बल्कि बर्न किया गया, ताकि Iran को स्पष्ट राजनीतिक संदेश दिया जा सके । Elliptic जैसी एनालिटिक्स फर्म के मुताबिक, यह हमला purely "politically motivated" था, न कि financial gain के लिए ।
3. 💥 कैसे रह गया ध्वस्त?
हैकर्स ने एक्सचेंज का source code ऑनलाइन लीक भी कर दिया और तमाम डेटा को public कर दिया । Nobitex ने तुरंत hot wallets को बंद कर दिया जब unauthorized access की जानकारी मिली, लेकिन उसकी वेबसाइट और ऐप बंद हो गई।
4. 🌍 यह हमला क्यों इमरजेंसी टर्न ले गया?
Israel और Iran के बीच बढ़ा तनाव—June 13 को Israeli हवाई हमले, ईरान की मिसाइल मार कर प्रतिक्रिया—यह पूरी स्थिति डिजिटल युद्ध की दहलीज पर आ पहुँची ।
5. 🛄 IRGC और Sanction Evade का है संबंध
एक्सचेंज IRGC या Hamas जैसे sanctioned समूहों के लिए धन आवागमन का प्लेटफॉर्म माना जा रहा था। Predatory Sparrow ने इसे sanctions evade इंफ्रास्ट्रक्चर बताया और बताया “वरना फंड्स तभी सुलभ हो पाएंगे जब regime के पास authorization हो” ।
6. 🏦 सिर्फ क्रिप्टो नहीं—बैंक भी निशाने पर
Predatory Sparrow ने इससे पहले Iran के स्पह बैंक पर हमले किए—जिसमें ATM, ऑनलाइन बैंकिंग सिस्टम विफल कर दिए गए—इससे civilian population पर भी असर पड़ा ।
7. 🔐 टूटती सुरक्षित छतें
Blockchain infrastructure के चौकस विश्लेषकों ने पाया कि North Korea जैसे Lazarus समूह और साइबरआर्मी विलनता में शामिल हैं। लेकिन यह हमला संदेशात्मक था—जहां पहल financial sabotage नहीं था, बल्कि आतंक और नियंत्रण दोनों को चुनौती देना था ।
8. 🔒 क्या अब Iran की Crypto सुरक्षा पूरी तरह se compromised है?
नहीं। भारत स्थित Nobitex ने cold storage में रखे फंड सुरक्षित बताए हैं, लेकिन hot wallet वाले assets बर्न हो गए। उनके insurance funds से स्थिरता लौटाने की कोशिश हो रही है।
9. 🕒 Iran में कैफेर्स सेवा पर भी रोक
Iran की सेंट्रल बैंक ने कहा कि सभी क्रिप्टो एक्सचेंज्स 10AM–8PM तक बंद रहेंगे, ताकि फंड्स का बाहर ट्रांसफर रोका जा सके ।
10. 🌐 यह इज़राइल-इसे लड़ाई या global pol-chaos?
यह एक तात्कालिक राजनैतिक हमला नहीं; यह cyber warfare में एक नया अध्याय है—जहां डिजिटल वित्तीय सिस्टम भी युद्ध के मोर्चे बनते हैं। इससे global cyber norms और regulation पर सवाल सीधे तौर पर खड़े होते दिख रहे हैं ।
✅ निष्कर्ष
यह केवल हत्या-शामिल नहीं—यह उस डिजिटल नियंत्रण का संकेत है जो सबसे संवेदनशील आर्थिक सिस्टम को भी डरा सकता है। यह साइबर हथियारों का एक नया उदाहरण है जिसमें मात्र निवेश नहीं, बल्कि राजनीतिक संदेश भी शामिल होता है।