HDB Financial Services IPO: ₹12,500 करोड़ की सफलता, 16.7x सब्सक्रिप्शन और 8% GMP

 HDB Financial Services का ₹12,500 करोड़ IPO 16.7 गुना सब्सक्राइब हुआ, GMP 8%, नियुक्ति तिथि 30 जून और लिस्टिंग 2 जुलाई को संभव—जानिए पूरा विश्लेषण।

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1. IPO की पृष्ठभूमि

HDFC बैंक की सहायक कंपनी HDB Financial Services ने जून 25–27, 2025 के बीच ₹12,500 करोड़ का IPO जारी किया। इसमें ₹2,500 करोड़ नए शेयरों का इश्यू और ₹10,000 करोड़ OFS शामिल था


2. सब्सक्रिप्शन रेट – निवेशकों का भरोसा

IPO की तीसरी और अंतिम दिन इसे 16.69 गुना तक सब्सक्राइब किया गया, जबकि पहले दो दिनों में क्रमशः 0.37x और 1.16x सब्सक्रिप्शन हुआ
कुल जमा बिड वैल्यू लगभग $19 बिलियन रही, संस्थागत निवेशकों से मुख्य मांग मिली—QIBs ने 55x तक सब्सक्रिप्शन किया
NII सब्सक्रिप्शन 10x और रिटेल 1.4x रही


3. Grey Market Premium (GMP) – अनुमानित लिस्टिंग लाभ

IPO का GMP लगभग ₹54–60 प्रति शेयर रहा, जिससे अनुमानित लिस्टिंग प्रॉफिट 7.3% से 8.1% तक अनुमानित हुआ


4. Allotment और Listing की तिथियाँ

📅 Allotment डेट: 30 जून 2025 (सोमवार)
📅 Refund व Credit: 1 जुलाई 2025 (मंगलवार)
📅 Listing डेट: 2 जुलाई 2025, BSE/NSE पर


5. Anchor Investors – भरोसे का संकेत

IPO से पहले Anchor Investment में ₹3,926 करोड़ (~$392 मिलियन) जुटाया गया, जिसमें BlackRock, LIC और Norway Sovereign Wealth Fund शामिल थे


6. कंपनी का प्रोफाइल

  • श्रेणी: भारत की 7वीं सबसे बड़ी न्यूमेरिकल आकर्षक NBFC

  • Loan Book: ₹1.07 लाख करोड़ (FY25) और प्रति वर्ष मुनाफा ₹2,176 करोड़

  • ग्रॉस NPA: 2.3% – मजबूत संपत्ति गुणवत्ता का संकेत

  • ग्राहक बेस: 1.9 करोड़+, 1,700+ शाखाओं के साथ


7. IPO के उपयोग की नीति

NSE के अनुसार नेट प्रॉसीड्स Tier‑I Capital बढ़ाने और ऋण पोर्टफोलियो बढ़ाने हेतु उपयोग होंगे। OFS से accrued fund सीधे कंपनी को नहीं मिलेगा; यह मुख्य रूप से HDFC बैंक के हिस्से होंगे


8. Valuation और Brokerage Outlook

SBI Securities ने ‘Subscribe’ रेटिंग दी है, जो FY25 की Book Value पर 3.2–3.4x प्राइस-टू-बुक वैल्यू मानकर दी गई है
KR Choksey ने IPO को “अट्रैक्टिव” बताया, क्यूंकि मूल्यांकन औसत से निचले स्तर पर था


9. बाजार पर असर

  • इसके प्रारंभिक निवेश से भारतीय IPO बाजार को मजबूती मिली।

  • Nifty 50 अप्रैल से लगभग 18% उबर चुका है, लेकिन अब भी पिछले उच्च स्तर से लगभग 2.4% नीचे है

  • IPO सब्सक्रिप्शन डेटा से पता चलता है कि बाजार में institutional रूप से सकारात्मक गति लौट रही है।


10. निवेशकों के लिए क्या मायने?

  • Retail Investors: 1.4x सब्सक्रिप्शन संकेत है सीमित रुचि मगर उपलब्ध सौंदर्य।

  • Institutional Buyers: QIB की भागीदारी दिखाती है मझोला भरोसा।

  • Anchor Investments: BlackRock व अन्य संस्थागत निवेशकों से भरोसे का मजबूत संकेत।


✅ निष्कर्ष

HDB Financial Services का आईपीओ अब तक भारत का सबसे सफल IPO है—कम्युनिकेशन से लेकर मार्केट डिमांड तक सभी पहलुओं में विजयी रहा।
Allotment के बाद जमा शेयरों पर ध्यान रखना चाहिए, वहीं निवेशकों को GMP, listing gain और कंपनी की विशाल प्रॉफिट क्षमता पर विचार करना चाहिए।

लेख केवल जानकारी आधारित है और कोई निवेश सलाह नहीं।

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