जून 2025 में सोने की कीमतों में ₹2,103 प्रति 10 ग्राम की बढ़ोतरी हुई, और चांदी की कीमतों में ₹9,624 प्रति किलो तक की तेज़ रफ्तार—जानिए क्या हैं कारण और आगे का रुझान।
🔎 जो बात सुधर गई और जिसने दिल जीत लिया
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सोने की कीमत जून में ₹2,103 बढ़ी—न केवल थोड़ी कमाई, बल्कि निवेशकों को उम्मीदों से पार
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चाँदी की रफ्तार इससे भी ज़्यादा तेज़—₹9,624 प्रति किलो की छलांग और चार गुना तेज़ी
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चाँदी की मांग μεγαλύτεी होने की वजह से गोल्ड-सिल्वर रेशियो करीब 107 से घटकर 95 हो गया—जिसका अर्थ होता है चाँदी को ज़्यादा प्राथमिकता मिल रही है
⚡ तेज़ी के पीछे क्या कारण?
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वैश्विक तनाव – मध्य‑पूर्व का Geopolitical टेंशन, डॉलर कमजोरी, और बुड्ढे संघर्षों की वजह से, निवेश SAFE-HAVEN की ओर भागे
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अमेरिकी आर्थिक डेटा कमजोर – ADP जॉब्स डेटा और ISM PMI में गिरावट से डॉलर पस्त हुआ, और इनवेस्टर सोने-चाँदी तक पहुँचे
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चाँदी की औद्योगिक मांग – इलेक्ट्रॉनिक, EV और सोलर क्षेत्रों में रंग-रूट के चलते मांग बढ़ी, जिससे कीमतों में उछाल आया
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ETF खरीदारी – गोल्ड-सिल्वर ETF में इनवेस्टमेंट आयी, जिससे मार्केट में तरलता बनी
📈 आंकड़ों की कहानी: कहां से कहां पहुँचा हाल
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30 मई: 24 कैरेट सोना ₹95,355/10 ग्राम और चाँदी ₹97,458/किलो
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30 जून: सोना बढ़कर ₹97,458/10 ग्राम; चाँदी ₹105,510/किलो पहुंच गयी
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यानी सोने में ₹2,103 की तेजी, जबकि चाँदी में ₹9,624 की उछाल
चाँदी की तेजी चार गुना अधिक रही—इसने सोने के मुकाबले बेमिसाल प्रदर्शन दिया।
⏭️ अगली चाल पर एक नज़र
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गोल्ड-सिल्वर रेशियो 95 पर पहुँची—चाँदी को बेहतर प्रदर्शन दिखा रहा है
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आर्थिक और राजनीतिक संकेतों पर आज भी फोकस जरूरी है—डॉलर स्ट्रेंथ और geopolitical tension अगली दिशा तय करेंगे
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चाँदी की दीवार मजबूत—औद्योगिक उपयोग से यह trend आगे भी जारी रह सकता है
🎯 निवेशकों के लिए सुझाव
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चाँदी: यदि आप industrial demand या short-term bounce पर भरोसा रखते हैं, तो यह अच्छा मौका हो सकता है
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सोना: लंबी अवधि का फिल्टर—Safe Haven निवेश के लिए अभी भी इधर-उधर झुकाव संभव है
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Entry Zone: गोल्ड ~₹97,500, चाँदी ~₹105,000 पर निगाह रखते हुए देखें
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Stop-loss: गोल्ड ~₹95,000, चाँदी ~₹101,000 पर रखें—बाजार की अस्थिरता को ध्यान में रखते हुए
✅ निष्कर्ष
जून 2025 में सोने और चाँदी दोनों ने शानदार प्रदर्शन दिखाया, लेकिन चाँदी की तेजी ने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा।
कल्पना कीजिए—चाँदी की औद्योगिक और संकट दोनों तरह की मांग ने इसे चार गुना तेज़ी दी है।
आने वाले दिनों में geopolitical संकेत, डॉलर की चाल और औद्योगिक डिमांड—इनके निरिक्षण से सोने और चाँदी दोनों का आगे का रुख स्पष्ट होगा।