Sensex में 350 से अधिक अंकों की छलांग और Nifty का 25,200 से ऊपर पहुंचना तीन अहम कारणों पर आधारित रहा: FII inflows, कम VIX, और IT सेक्टर की रिकवरी। जानिए बाजार की दिशा और निवेश रणनीति।
🛠️ 1. तीन बड़े कारण जिन्होंने बाजार को ऊपर उठाया
🟩 विदेशी संस्थागत निवेश (FII) की वापसी
बीते सत्र में विदेशी निवेशकों ने भारतीय बाजार में शुद्ध रूप से बड़ी मात्रा में पूंजी डाली। इससे न केवल ब्लू-चिप स्टॉक्स में बल्कि मिड-कैप और बैंकिंग सेक्टर में भी तेजी देखने को मिली। FII की सक्रियता का मतलब है कि भारत में ग्रोथ स्टोरी पर अंतरराष्ट्रीय विश्वास मजबूत हो रहा है।
🟩 VIX में गिरावट यानी निवेशकों का बढ़ता आत्मविश्वास
भारत का वोलैटिलिटी इंडेक्स (VIX) करीब 2% की गिरावट के साथ 11.25 के आस-पास रहा। यह एक संकेत है कि बाजार फिलहाल अस्थिरता से दूर और स्थिर ट्रैक पर है। जब VIX नीचे होता है, तब निवेशकों को डर कम होता है और वे अधिक पूंजी लगाते हैं।
🟩 IT सेक्टर में जबरदस्त रिकवरी
टेक्नोलॉजी और IT सेगमेंट में हाल ही में आई गिरावट के बाद निवेशकों ने मौके का फायदा उठाते हुए खरीदारी शुरू की। TCS, Infosys, और Wipro जैसे स्टॉक्स ने मजबूती दिखाई, जिससे Nifty IT इंडेक्स में तेजी आई और संपूर्ण बाजार को सहारा मिला।
📉 2. Nifty और Sensex का तकनीकी प्रदर्शन
इंडेक्स | हालिया स्तर | बदलाव (%) |
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Sensex | ~25,200+ | +1.4% |
Nifty 50 | ~25,270+ | +1.3% |
Nifty IT | ~38,200+ | +1.8% |
India VIX | ~11.25 | –2.0% |
यह आंकड़े दर्शाते हैं कि तकनीकी रूप से बाजार ने एक मजबूत बाउंसबैक दिया है और short-term bullish zone में प्रवेश किया है।
🔍 3. निवेशकों के लिए रणनीति – क्या करें?
निवेशक वर्ग | रणनीति सुझाव |
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Short-Term ट्रेडर्स | Nifty का immediate support 25,100 पर है; 25,300 पर profit booking की संभावना |
Long-Term निवेशक | सेक्टरल ETF में SIP शुरू करना फायदेमंद हो सकता है |
Risk-Averse निवेशक | बाजार की दिशा को एक-दो दिन देखने के बाद ही नई एंट्री लें |
Active Investor | IT, Auto और बैंकिंग सेक्टर पर ध्यान दें |
⚠️ 4. कौन-कौन से जोखिम हो सकते हैं?
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क्रूड ऑयल की कीमतों में उतार-चढ़ाव
जिससे भारत का चालू खाता घाटा बढ़ सकता है और रुपये पर दबाव आ सकता है। -
अमेरिकी फेडरल रिजर्व की अगली नीति
ब्याज दरों में संभावित बदलाव से global equity markets में अस्थिरता आ सकती है। -
Q1 के कॉर्पोरेट नतीजे
अगर कंपनियों के मुनाफे उम्मीद से कम आते हैं तो बाजार में profit booking हो सकती है।
🔚 निष्कर्ष
Sensex और Nifty की इस हालिया छलांग के पीछे FII निवेश, कम VIX, और IT सेक्टर में खरीदारी जैसे ठोस कारण हैं।
यह रैली दर्शाती है कि भारतीय बाजार अभी भी निवेशकों के लिए भरोसेमंद बना हुआ है। हालांकि कुछ जोखिम बने हुए हैं, लेकिन long-term निवेशकों के लिए यह समय अनुशासित निवेश का है।
सुझाव:
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अगर आप trader हैं, तो वॉल्यूम और इंडेक्स स्तरों को ध्यान में रखते हुए ही entry/exit करें।
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अगर आप SIP या ETF में निवेश करते हैं, तो यह तेजी आपके लिए अच्छा averaging मौका हो सकता है।