Hazoor Multi Projects को Apollo Green से मिला ₹913 करोड़ का 200 MW सोलर प्लांट EPC ऑर्डर, शेयर फिर से ₹40 के करीब आया है। जानिए इसकी क्या अहमियत है और निवेशकों को क्या सोचना चाहिए।
☀️ 1. ऑर्डर की बड़ी हेडलाइन
Hazoor Multi Projects लिमिटेड को Apollo Green Energy (पूर्व में Apollo International) से ₹913 करोड़ का ग्रिड-कनेक्टेड 200 MW सोलर पावर प्रोजेक्ट का EPC ऑर्डर मिला है।
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यह प्रोजेक्ट गुजरात के Khavda Solar Park (GSHECL) में बनेगा
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इसमें डिजाइन, इंजीनियरिंग, सप्लाई, निर्माण और कमीशनिंग शामिल है
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डेडलाइन मार्च 2026 तक के लिए तय की गई है
💹 2. शेयर की दिशा और रेस्पॉन्स
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इस घोषणा के बाद Hazoor के शेयर NSE/BSE पर ₹39–₹40 के स्तर पर बंद हुए, जो लगभग 1.3% की हल्की तेजी दर्शाता है
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₹40.47 तक का इंट्राडे हाई देखा गया, जबकि पिछले महीने low ₹38.25 रहा
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यह संकेत देता है कि निवेशकों ने छोटे सुधार की उम्मीद जगाई है, पर बड़ी तेजी नहीं मिली
📊 3. कंपनी प्रोफ़ाइल और बैकग्राउंड
Infrastructure EPC Specialist
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Hazoor Multi Projects एक छोटा लेकिन विविधीकृत इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी है, जो रोड, ब्रिज, फ्लाईओवर, और अब Solar EPC काम में भी कार्यरत है
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मार्च 2025 तक कंपनी की standalone net sales ₹227 करोड़ थीं, जिसमें growth 69% से भी अधिक रही
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हालांकि नेटवर्क विस्तार में खर्चा बढ़ने से net profit Q4 में ₹16.8 करोड़ रहा, लेकिन ये बेहतर संकेत हैं कि प्रोजेक्ट पाइपलाइन मजबूत है
पिछले ऑर्डर का ट्रैक
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मई 2025 में NHAI से ₹23 करोड़ का रोड प्रोजेक्ट मिला—जो e-tendering के जरिए हासिल हुआ
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अब यह ₹913 करोड़ का Solar EPC ठेका कंपनी को एक बड़ा गेम-चेंजर बना सकता है
🔍 4. क्यों है यह ऑर्डर इतना अहम?
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Diversification – अचानक सोलर EPC में एंट्री, EPC पोर्टफोलियो को diversify करेगा
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Revenue Visibility – ₹913 करोड़ का एक ऑर्डर सालाना ₹200–₹300 करोड़ बिक्री जोड़ सकता है
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Expertise Strengthening – ग्रीन एनर्जी नेटवर्क में मुनाफे के लिए अवसर बनेगा
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Financial Boost – EPC कॉन्ट्रैक्ट्स नकदी प्रवाह और मुनाफे को बेहतर बनाते हैं
⚙️ 5. execution-risk समझना जरूरी
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सोलर पार्क Khavda तक पहुँच, logistics, तकनीकी commissioning—इनमें देरी या कमी से जोखिम बना रहेगा
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कच्चा माल (पैनल, इन्वर्टर) की कीमतों और कमीशनिंग समय पर निर्भरता है
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कंपनी का पिछला ट्रैक रिकॉर्ड बेहतर रहा है, लेकिन अब स्केल बड़ा हो गया है
📈 6. वित्तीय और मार्केटिंग आंकड़े
मेट्रिक | मान |
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Market Cap | ~ ₹868 करोड़ |
P/E Ratio | ~ 21.4×-22×, जो सेक्टर से थोड़ा कम है |
P/B | ~ 1.9×, जो Book Value के करीब है—अंडरवैल्यूएशन का इशारा |
Debt/Equity | ~ 0.43, Sector से बेहतर है |
ROCE/ROE | ~ 23%/27%—स्वास्थ्यपूर्ण रिटर्न दर्शाते हैं |
परफॉर्मेंस ट्रेंड
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पिछले पाँच साल में 33,500% तक रिटर्न देने वाला multibagger रहा है
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लेकिन YTD में ~–23% की गिरावट रही क्योंकि शेयर मूल्य ₹63 से गिरकर ₹40 तक आया
🤔 7. क्या निवेश के योग्य है?
✅ पॉजिटिव इंडिकेशन
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₹913 करोड़ का प्रोजेक्ट अगले 9–10 महीनों में अच्छे राजस्व और cash flow का स्रोत हो सकता है
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Diversified ग्रीन ऊर्जा पोर्टफोलियो, financial metrics अच्छे; Debt manageable
⚠️ ध्यान दें – जोखिम:
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प्रोजेक्ट की execution और completion delays का खतरा
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सोलर मॉड्यूल्स, logistics लीकेज में price fluctuation
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शेयर volatililty बड़ा कारण—Beta ~1.66, YTD में गिरावट, technical bearishness
📌 8. निवेशक दृष्टिकोण
शॉर्ट-टर्म ट्रेडर्स:
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अगर execution smooth रहता है, तो ₹40–₹45 रेंज में breakout संभव
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स्टॉप‑लॉस: ₹38–₹39 के आसपास रखें, upside target ₹48–₹50
लोंग-टर्म होल्डर्स:
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₹913 करोड़ का ऑर्डर Earnings में बदलाव लाएगा
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₹30–₹35 पर averaging strategy ठीक हो सकती है
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Q3FY26 तक execution की progress देखें, Nifty/infra mood के साथ positioning करे
📅 9. आगे की रणनीति
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अगले 3–4 महीनों में execution updates की निगरानी करें
-672nike trends पर निगाह और सोलर मार्केट की दिशा देखें -
मल्टी प्रोजेक्ट pipeline: M&A, diversification—company आगे कहाँ जा रही है?
✅ निष्कर्ष
Hazoor Multi Projects का ₹913 करोड़ सोलर EPC ऑर्डर कंपनी के लिए एक बड़ा अवसर है—ग्रोथ पाइपलाइन, diversified revenue और positive cash flow सबके संकेत हैं।
जहाँ fundamentals से यह मजबूत दिखता है, वहीं execution risk और शेयर की volatility को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
₹40 के रेंज में रणनीतिक और अनुशासित निवेश की गुंजाइश है—लेकिन जांच-परख और ट्रैकिंग जरूरी है।